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धौलपुर में 40 साल का रिकॉर्ड टूटा, 1 डिग्री पहुंचा पारा, चूरू@1.3 डिग्री

धौलपुर में इस सीजन में 40 बरस का सर्दी का रिकॉर्ड टूटा है. सोमवार सुबह जिले का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. पिछले हफ्ते से लगातार घनघोर कोहरे, सर्द हवाओं और गलन ने आमजन का जनजीवन प्रभावित कर दिया है. सड़कों और बाजारों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थमी हुई है.

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सर्दी का पुराना रिकॉर्ड टूटा
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Published : Dec 30, 2019, 12:58 PM IST

धौलपुर. जिले में लगातार एक हफ्ते से पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने 40 वर्ष के सर्दी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. जिले का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जिसने आमजन के जनजीवन को प्रभावित किया है. लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है. वहीं बाजारों सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.

न्यूनतम तापमान पहुंचा 1 डिग्री

कड़ाके की सर्दी ने बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी को भारी परेशान किया है. सर्दी के सितम से लोगों का जीवन ठहर गया है. खासकर दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. स्कूल और कोचिंग जाने वाले छात्रों को भी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है.

बता दें, कि जिले के तापमान में लगातार गिरावट आ रही है. पिछले दो दिनों में दिन का न्यूनतम पारा 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. सोमवार को पारे में भारी गिरावट देखी गई है. सोमवार को सुबह का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं अधिकांश लोग घरों में कैद होकर अलाव जलाकर सर्दी से निजात पाने का उपाय कर रहे हैं.

पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: जयपुर जिले में 21 में से 10 सीटों पर महिलाएं होंगी प्रधान

पिछले हफ्ते से लगातार पड़ रहे घनघोर कोहरे और सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है. किसानों की मानें तो कड़ाके की सर्दी और कोहरा रवि फसल के लिए हानिकारक माना जा रहा है. खासकर सरसों, आलू और सब्जी की फसलों में नुकसान हो रहा है. सरसों और आलू में रोग ने दस्तक दे दी है. वहीं फसल के रखरखाव और संरक्षण को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है.

चूरू में बर्फानी सर्दी से जनजीवन प्रभावित

चूरू में बर्फानी सर्दी का दौर जारी है. सोमवार सुबह की शुरुआत घने कोहरे से हुई है, जिसके चलते सड़को पर चल रहे वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही. वाहन चालकों को यहां लाइट जला कर चलना पड़ा. वहीं मौसम विभाग ने यहां न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है.

बर्फानी सर्दी से जनजीवन प्रभावित

बता दें, कि जिले में सुबह से ही शीतलहर के चलने से यहां ठिठुरन बढ़ी है. साथ ही जो लोग अपने घरों से बाहर काम के लिए निकले वह सड़क किनारे अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं. देश के सबसे ठंडे शहरों में पहचान रखने वाले चूरू में लगातार चल रही शीतलहर से पारा जमाव बिंदु के करीब आ गया है.

पढ़ेंः कोल्ड अटैक: जयपुर में रविवार को रही सबसे सर्द रात, 55 साल बाद दिसंबर में प्रचंड ठंड

3 दिन पहले यहां जमाव बिंदु के नीचे पारा चला गया था, जबकि मौसम विभाग ने यहां माइनस 0.6 डिग्री तापमान दर्ज किया था. लेकिन 2 दिन कोहरा छाए रहने से न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की मामूली बढ़त हुई है. वहीं पिछले 2 दिनों से यहां पारा 1 डिग्री पर अटका हुआ है.

फसलों पर मंडराया खतरा

दूरदराज गांव में सर्दी से हालात और ज्यादा खराब हैं. कड़ाके की ठंड के कारण खेतों में खड़ी फसलों पर बर्फ की चादर जम रही है. लगातार बर्फानी सर्दी के चलते किसानों को पाला पड़ने की आशंका ने घेर रखा है. आगामी दिनों में भी यदि बर्फानी सर्दी से राहत नहीं मिलती है तो सरसों की फसल के लिए यह नुकसान दायक साबित हो सकता है.

धौलपुर. जिले में लगातार एक हफ्ते से पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने 40 वर्ष के सर्दी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है. जिले का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. जिसने आमजन के जनजीवन को प्रभावित किया है. लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है. वहीं बाजारों सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.

न्यूनतम तापमान पहुंचा 1 डिग्री

कड़ाके की सर्दी ने बच्चे, युवा और बुजुर्ग सभी को भारी परेशान किया है. सर्दी के सितम से लोगों का जीवन ठहर गया है. खासकर दैनिक कामकाज प्रभावित हो रहे हैं. स्कूल और कोचिंग जाने वाले छात्रों को भी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है.

बता दें, कि जिले के तापमान में लगातार गिरावट आ रही है. पिछले दो दिनों में दिन का न्यूनतम पारा 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है. सोमवार को पारे में भारी गिरावट देखी गई है. सोमवार को सुबह का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं अधिकांश लोग घरों में कैद होकर अलाव जलाकर सर्दी से निजात पाने का उपाय कर रहे हैं.

पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: जयपुर जिले में 21 में से 10 सीटों पर महिलाएं होंगी प्रधान

पिछले हफ्ते से लगातार पड़ रहे घनघोर कोहरे और सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है. किसानों की मानें तो कड़ाके की सर्दी और कोहरा रवि फसल के लिए हानिकारक माना जा रहा है. खासकर सरसों, आलू और सब्जी की फसलों में नुकसान हो रहा है. सरसों और आलू में रोग ने दस्तक दे दी है. वहीं फसल के रखरखाव और संरक्षण को लेकर किसानों की चिंता बढ़ गई है.

चूरू में बर्फानी सर्दी से जनजीवन प्रभावित

चूरू में बर्फानी सर्दी का दौर जारी है. सोमवार सुबह की शुरुआत घने कोहरे से हुई है, जिसके चलते सड़को पर चल रहे वाहनों की रफ्तार भी धीमी रही. वाहन चालकों को यहां लाइट जला कर चलना पड़ा. वहीं मौसम विभाग ने यहां न्यूनतम तापमान 1.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया है.

बर्फानी सर्दी से जनजीवन प्रभावित

बता दें, कि जिले में सुबह से ही शीतलहर के चलने से यहां ठिठुरन बढ़ी है. साथ ही जो लोग अपने घरों से बाहर काम के लिए निकले वह सड़क किनारे अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं. देश के सबसे ठंडे शहरों में पहचान रखने वाले चूरू में लगातार चल रही शीतलहर से पारा जमाव बिंदु के करीब आ गया है.

पढ़ेंः कोल्ड अटैक: जयपुर में रविवार को रही सबसे सर्द रात, 55 साल बाद दिसंबर में प्रचंड ठंड

3 दिन पहले यहां जमाव बिंदु के नीचे पारा चला गया था, जबकि मौसम विभाग ने यहां माइनस 0.6 डिग्री तापमान दर्ज किया था. लेकिन 2 दिन कोहरा छाए रहने से न्यूनतम तापमान में 1 डिग्री सेल्सियस की मामूली बढ़त हुई है. वहीं पिछले 2 दिनों से यहां पारा 1 डिग्री पर अटका हुआ है.

फसलों पर मंडराया खतरा

दूरदराज गांव में सर्दी से हालात और ज्यादा खराब हैं. कड़ाके की ठंड के कारण खेतों में खड़ी फसलों पर बर्फ की चादर जम रही है. लगातार बर्फानी सर्दी के चलते किसानों को पाला पड़ने की आशंका ने घेर रखा है. आगामी दिनों में भी यदि बर्फानी सर्दी से राहत नहीं मिलती है तो सरसों की फसल के लिए यह नुकसान दायक साबित हो सकता है.

Intro:धौलपुर जिले में लगातार एक हफ्ते से पड़ रही कड़ाके की सर्दी ने 40 वर्ष के सर्दी के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है . जिले का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है .जिसने आमजन के जन जीवन को भारी प्रभावित किया है. लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से प्रभावित हो चुकी है। बाजारों सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है.कड़ाके की सर्दी बच्चे युवा और बुजुर्ग  सभी को भारी परेशान किया है. सर्दी के सितम से लोगों का जीवन ठहर गया है. खासकर दैनिक काम काज भारी प्रभावित हो रहे है. स्कूल और कोचिंग जाने वाले छात्रों को भी भरी परेशानी के दौर से गुजरना पड़ रहा है.उधर कड़ाके की सर्दी अब रवि फसल के लिए भी काफी हानिकारक मानी जा रही है. जिससे किसानों को चिंता सताने लगी है. जिले के तापमान में लगातार गिरावट आ रही है. पिछले दो दिनों में दिन का न्यूनतम पारा 2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है.आज पारे में भारी गिरावट देखि गई। आज का सुबह का न्यूनतम तापमान 1 डिग्री सेल्सियस ढ़ दर्ज किया गया. जिले में इस बार 40 बर्ष का सर्दी का रिकार्ड टूटा है.





Body:गौरतलब है कि धौलपुर जिले में इस सीजन में 40 बरस का सर्दी का रिकॉर्ड टूटा है. पिछले हफ्ते से लगातार घनघोर कोहरे सर्द हवाओं और गलन ने आमजन का जनजीवन भारी प्रभावित कर दिया है. सड़कों और बाजारों पर पूरी तरह से सन्नाटा पसरा हुआ है. हाईवे पर वाहनों की रफ्तार थमी हुई है. सर्दी के सितम से आमजन का जनजीवन पूरी तरह से ठहर गया है. आमजन के दैनिक कामकाज भारी प्रभावित हो रहे हैं. लोग अधिकांश घरों में कैद होकर अलाव जलाकर सर्दी से निजात पाने का उपाय कर रहे हैं. पिछले हफ्ते से लगातार पड रहे घनघोर कोहरे और सर्द हवाओं ने लोगों को घरों में कैद होने के लिए मजबूर कर दिया है. सर्दी के सितम ने बच्चे युवा और बुजुर्ग सभी को भारी परेशान कर दिया.किसानों की माने तो कड़ाके की सर्दी और कोहरा रवि फसल के लिए भारी हानिकारक माना जा रहा है. खासकर सरसों आलू और सब्जी की फसलों में नुकसान हो रहा है। सरसो और आलू में रोग ने दस्तक दे दी है.



Conclusion:जिले में लगातार पड़ रही कड़ाके की सर्दी से किसानों को चिंता होने लगी है. फसल के रखरखाव और संरक्षण को लेकर किसान भारी चिंता में दिखाई दे रहा है.
1,Byte:- विष्णु कुमार, स्थानीय नागरिक
2,Byte:- एसपी सिंह, स्थानीय नागरिक
3,Ptc, संलग्न है,
Report:-
Neeraj Sharma
Dholpur
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