धौलपुर. जिले में हाल ही में हुए पुलिस और बजरी माफियाओं के बीच मुठभेड़ में मारे गए दो लोगों के परिजनों से रविवार को उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने मुलाकात की और उनके आवास पहुंच उन्हें ढांढस बंधाया. डिप्टी सीएम ने कहा कि मामले की निष्पक्ष जांच की जाएगी. उनकी महिलाओं ने रो-रो कर दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है.
उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट दिल्ली से कार से धौलपुर पहुंचे थे. धौलपुर पहुंच कर डिप्टी सीएम पायलट मोरोली गांव पहुंचे. जहां ग्रामीणों ने पुलिस प्रशासन के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली. डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कहा कि पुलिस और ग्रामीणों के बीच जो मुठभेड़ हुई थी उसमे दो युवकों की मौत हुई है. उनके परिजनों को दिलासा देने आये हैं. उन्होंने कहा कि पूरे मामले की जांच कराई जायेगी. गांव वालों का मानना था कि जांच निष्पक्ष हो. ग्रामीणों की मांग को मानकर जांच को बदला जायेगा. जो भी धाराएं लगाई गई उसकी भी जांच होगी. इसके अलावा अन्य व्यक्ति भी इसमें दोषी है तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी. इस प्रकार की घटनाएं होना दुर्भाग्य पूर्ण है. ग्रामीणों की जांच बदलने की मुख्य मांग को मानकर आदेश जारी कर दिए है. बजरी परिवहन के लिए सरकार प्रभावी कदम उठाएगी.
गौरतलब है कि 30 अगस्त 2019 को जगदीश का अड्डा गांव के पास बसईडांग थाना पुलिस और क्यूआरटी फ़ोर्स की संयुक्त मुठभेड़ हुई थी. पुलिस ने बजरी परिवहन कर रहे लोगो का पीछा किया तो लोगो ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. पुलिस ने भी लोगों पर जवाबी फायरिंग की. इस दौरान दो युवकों को गोली लगने से मौत हो गई. जबकि दो पुलिसकर्मी सहित सात लोग घायल हो गए थे. मामले में मृतक के आश्रितों को सरकार की ओर से पांच-पांच लाख के मुआवजे की घोषणा की गई. इसके अलावा दोषी पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है. साथ ही घायलों के उपचार का खर्चा सरकार की ओर से किया जा रहा हैं.