बहरोड़ (अलवर). अलवर सहित पूरे देश में गुरुवार को बाल दिवस मनाया जा रहा है. ऐसे में जिले के नीमराणा और बहरोड़ क्षेत्र में बाल दिवस पर बाल मजदूरी करवाने का मामला सामने आया है. जिनके खिलाफ प्रसाशन द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है. इससे सामाजिक संगठनों के लोगों में रोष व्याप्त है.
देश के प्रथम प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू के जन्मदिन 14 नंवबर को बाल दिवस के रूप में मनाया जाता है. अपने जन्मदिन को नेहरू ने छोटे-छोटे बच्चों के बीच मनाकर बाल दिवस का नाम दिया था, लेकिन बहरोड़ नीमराणा में बाल दिवस के नाम की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं. यहां ईंट भट्ठों, होटल, ढाबों पर नाबालिक बच्चे मजदूरी करते नजर आ रहे हैं.
वहीं इस बाल मजदूरी पर प्रसासन की नजर नहीं पड़ी है. जब हमने इन छोटे-छोटे बच्चों से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कैमरे पर कुछ नहीं बोला. उसके बाद बताया कि क्या करें गरीब घर से हैं माता-पिता पर कर्ज का भार होने पर मजदूरी के अलावा कोई काम नहीं बचा. कर्जदार रोजाना परेशान करते हैं, इसलिए मजदूरी करनी पड़ रही है, वरना साहब कौन मजदूरी करता है.