सीकर. नगर परिषद के चुनाव परिणामों से कांग्रेस भले ही गदगद है. लेकिन, स्थानीय विधायक और सीकर शहर में कांग्रेस पर एक छत्र राज करने वाले राजेंद्र पारीक अपने वार्ड में एक बार फिर साख नहीं बचा पाए.
यह कोई पहला मौका नहीं है जब सीकर में राजेंद्र पारीक के वार्ड में कांग्रेस हारी है. इससे पहले भी कई बार कांग्रेस को यहां पर हार का सामना करना पड़ा है. दरअसल, पारीक को अपने ही एक कार्यकर्ता का टिकट काटना भारी पड़ा. अन्यथा इस बार इस वार्ड में कांग्रेस का खाता खुल सकता था.
सीकर के विधायक राजेंद्र पारीक शहर के वार्ड नंबर 20 में रहते हैं. इस वार्ड में कांग्रेस के प्रत्याशी के रूप में सबसे मजबूत दावेदारी अंकित उर्फ विकास शर्मा की थी. अंकित शर्मा यहां कांग्रेस का या यूं कहें कि राजेंद्र पारीक का मजबूत कार्यकर्ता था. लेकिन पारीक ने उनको टिकट न देकर देवकीनंदन को टिकट दे दिया.
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लेकिन, देवकीनंदन की टिकट को वार्ड वासियों ने स्वीकार नहीं किया और उन्होंने अंकित उर्फ विकास शर्मा को निर्दलीय चुनाव मैदान में उतार दिया. फिर भी विधायक राजेंद्र पारीक ने ऐसड़ी -चोटी का दम लगाया और दिन-रात अपने वार्ड में मेहनत की. पांच दिन तक लगातार एक-एक घर में जाकर वार्ता की. पर लाख कोशिशों के बाद भी वो यहां से कांग्रेस के प्रत्याशी को नहीं जिता पाए और अंकित शर्मा ने अपना लोहा मनवा लिया.