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BHU में संस्कृत प्रोफेसर विवाद को लेकर बोले पायलट, कहा- शिक्षक, शिक्षक होता है, उसका कोई धर्म नहीं होता है

BHU में संस्कृत विभाग के प्रोफेसर के धर्म की वजह से छात्रों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. वहीं, राजस्थान के प्रोफेसर फिरोज के संस्कृत पढ़ाने के विरोध को लेकर सचिन पायलट ने कहा कि शिक्षक, शिक्षक होता है. उसका कोई धर्म नहीं होता है. अगर धर्म के नाम पर किसी को पढ़ाने से रोका जा रहा तो वह गलत है.

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Published : Nov 20, 2019, 6:46 PM IST

BHU में संस्कृत प्रोफेसर विवाद, Sanskrit professor controversy at BHU

जयपुर. BHU में संस्कृत विभाग के प्रोफेसर के धर्म की वजह से छात्रों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. राजस्थान के मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज के संस्कृत पढ़ाने को लेकर हो रहे हो रहे विरोध को बुधवार को राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट और मंत्री सालेह मोहम्मद ने गलत बताया. पायलट ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी विषय को पढ़ाने के लिए क्वालिफाइड हैं तो उसका विरोध करना गलत है.

BHU में संस्कृत प्रोफेसर विवाद को लेकर बोले पायलट

उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि कुछ लोगों की राय इससे अलग हो सकती है, लेकिन लोकतांत्रिक प्रणाली में सब लोग समान हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी विषय को पढ़ाना चाहता है जिसके लिए वह आत्मा से समर्पित है और उसका केवल इस बात के लिए विरोध होना कि वह किसी धर्म विशेष का है, यह गलत है. पायलट ने कहा कि ऐसे में तो फिर पढ़ाई में कोई कहेगा कि विज्ञान के टीचर को इस धर्म का होना चाहिए और संस्कृत वाले को इस धर्म का होना चाहिए.

पढे़ं- जनता ने तोड़ा BJP का भ्रम, राम मंदिर और अनुच्छेद 370 जैसे मुद्दों को हावी नहीं होने दिया : पायलट

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान यह एक वरदान है जो गुरु होता है और शिक्षा देने का काम करता है. उन्होंने कहा कि उसका हमेशा सम्मान होना चाहिए. किसी व्यक्ति में अगर योग्यता है और उसने अध्ययन करके महारत हासिल की है और वह शिक्षा को बांटना चाहता है तो उसका विरोध नहीं होना चाहिए. वहीं, प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री सालेह मोहम्मद ने इसको लेकर कहा कि इस देश में लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि जिसे जो करना है, उसे वो करने की आजादी है. मंत्री ने कहा कि इस तरह का विरोध गलत है.

जयपुर. BHU में संस्कृत विभाग के प्रोफेसर के धर्म की वजह से छात्रों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है. राजस्थान के मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज के संस्कृत पढ़ाने को लेकर हो रहे हो रहे विरोध को बुधवार को राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट और मंत्री सालेह मोहम्मद ने गलत बताया. पायलट ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी विषय को पढ़ाने के लिए क्वालिफाइड हैं तो उसका विरोध करना गलत है.

BHU में संस्कृत प्रोफेसर विवाद को लेकर बोले पायलट

उपमुख्यमंत्री पायलट ने कहा कि कुछ लोगों की राय इससे अलग हो सकती है, लेकिन लोकतांत्रिक प्रणाली में सब लोग समान हैं. उन्होंने कहा कि अगर कोई किसी विषय को पढ़ाना चाहता है जिसके लिए वह आत्मा से समर्पित है और उसका केवल इस बात के लिए विरोध होना कि वह किसी धर्म विशेष का है, यह गलत है. पायलट ने कहा कि ऐसे में तो फिर पढ़ाई में कोई कहेगा कि विज्ञान के टीचर को इस धर्म का होना चाहिए और संस्कृत वाले को इस धर्म का होना चाहिए.

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कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि शिक्षा और ज्ञान यह एक वरदान है जो गुरु होता है और शिक्षा देने का काम करता है. उन्होंने कहा कि उसका हमेशा सम्मान होना चाहिए. किसी व्यक्ति में अगर योग्यता है और उसने अध्ययन करके महारत हासिल की है और वह शिक्षा को बांटना चाहता है तो उसका विरोध नहीं होना चाहिए. वहीं, प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री सालेह मोहम्मद ने इसको लेकर कहा कि इस देश में लोकतंत्र है. उन्होंने कहा कि जिसे जो करना है, उसे वो करने की आजादी है. मंत्री ने कहा कि इस तरह का विरोध गलत है.

Intro:बीएचयू में राजस्थान के प्रोफेसर फिरोज के संस्कृत पढ़ाने के विरोध का मामला सचिन पायलट बोले शिक्षक शिक्षक होता है उसका कोई धर्म नहीं धर्म के नाम पर किसी को पढ़ाने से रोकना गलत


Body:बनारस हिंदू विश्वविद्यालय में राजस्थान के मुस्लिम प्रोफेसर फिरोज के संस्कृत पढ़ाने के विरोध को आज राजस्थान कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट और मंत्री साले मोहम्मद ने गलत बताया पायलट ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति किसी विषय को पढ़ाने के लिए क्वालिफाइड है तो उसका विरोध करना गलत है कुछ लोगों की राय इससे अलग हो सकती है लेकिन लोकतांत्रिक प्रणाली में सब लोग समान है अगर कोई किसी विषय को पढ़ाना चाहता है जिसके लिए वह फ्यूक्ड है और आत्मा से समर्पित है और उसका केवल इस बात के लिए विरोध होना कि वह किसी धर्म विशेष का है यह गलत है ऐसे में तो फिर पढ़ाई में कोई कहेगा कि विज्ञान के टीचर को इस धर्म का होना चाहिए और संस्कृत वाले को इस धर्म का पढ़ाई शिक्षा ज्ञान यह एक वरदान है जो गुरु होता है और शिक्षा देने का काम करता है उसका हमेशा सम्मान होना चाहिए किसी व्यक्ति में अगर योग्यता है और उसने अध्ययन करके महारत हासिल की है और वह शिक्षा को बांटना चाहता है तो उसका विरोध नहीं होना चाहिए वहीं प्रदेश के अल्पसंख्यक मंत्री साले मोहम्मद ने कहा कि इस देश में लोकतंत्र है जिसे जो करना है वह उसे करने की आजादी है इस तरह का विरोध गलत है
बाइट सचिन पायलट प्रदेश अध्यक्ष राजस्थान कांग्रेस
वाइट साले मोहम्मद अल्पसंख्यक मंत्री राजस्थान कांग्रेस


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