जयपुर. गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पदम श्री पुरस्कार की घोषणा हो गई है. इन पुरस्कारों में राजस्थान के 5 लाल भी शामिल हैं. जिनमें सामजिक और कला के क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले 5 लोगों को पद्म श्री देने की घोषणा की गई है.
26 जनवरी को राष्ट्रपति से सम्मानित होने वालों में पहले हैं बाड़मेर से उस्ताद अनवर खान मंगनियार, जिन्होंने कला के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है. उस्ताद अनवर खान अपने पार्श्वगायन के लिए जाने जाते हैं.
वहीं राजधानी जयपुर से मुन्ना मास्टर को कला के क्षेत्र में अपने बेहतरीन योगदान के लिए पद्म श्री से नवाजा जाएगा. रमजान खान उर्फ मुन्ना मास्टर श्याम भक्त हैं, और भजन गायन करते हैं.
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प्रदेश के एक किसान सुंडा राम वर्मा को भी पद्म श्री से नवाजा जाएगा, जिन्होंने सामाजिक कार्य में अपना जीवम समर्पित किया है. सुंडा राम ने शिक्षक की नौकरी को छोड़ कृषि को अपनाया था. उन्हें अब तक कृषि क्षेत्र में उनके अभूतपूर्व योगदान के लिए कई पुरुस्कारों से नवाजा जा चुका है.
वहीं नागौर के हिम्मता राम भांभू को अपने पर्यावरण प्रेम के लिए पद्म श्री के लिए चुना गया है. बता दें कि वे प्रतिदिन 1000 जानवरों और पक्षियों को 20 किलो दाना खिलाते हैं. साथ ही लोगों को जंगल बचाने का संदेश भी देते हैं.
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पद्म श्री में प्रदेश की एक महिला भी शामिल हैं, वो है अलवर की उषा, जिन्होंने स्वच्छता के क्षेत्र में बड़ा योगदान दिया है. अपने शुरुआती जीवन में मैला ढ़ोने के काम से जुड़ी उषा का जीवन उस समय बदला जब वो सुलभ संस्था से जुड़ गई. प्रदेश में अलग-अलग क्षेत्र में अपना योगदान देने वाले इन लोगों को 26 जनवरी को राष्ट्रपति के हाथों पद्म श्री से नवाजा जाएगा.