करनाल: नीलोखेड़ी के गांव अंजनथली के सरकारी स्कूल में हिंदी की अध्यापिका और स्कूली बच्चों के प्रेम की जिंदा मिसाल देखने को मिली है. हिंदी की अध्यापिका अनीता घेरा कई सालों सें यहां पढ़ा रही थीं लेकिन हाल ही में उनका ट्रांसफर हो गया.
टीचर से लिपट कर रोए छात्र-छात्राएं
जब अनीता स्कूल छोड़कर दूसरे स्कूल जा रही थी तब छात्र-छात्राओं को इसकी भनक लग गई. स्कूल के ग्राउंड में छात्रों का हुजूम लग गया. सभी छात्र-छात्राएं मैदान में अध्यापिका अनीता से लिपटकर दहाड़े मारकर रोने लगे. इस मंजर ने सब की आंखे नम कर दी. एक ओर छात्र रो रहे थे, वहीं उनकी गुरू अनीता भी अपने आंसू नहीं रोक पाई. वो भी बच्चों के साथ रोने लग गई.
हिंदी की अध्यापिका अनीता का ट्रांसफर
गुरु को भगवान का दर्जा देने वाले देश में अब ऐसे दृश्य बहुत कम देखने को मिलते हैं. इस पर ईटीवी भारत ने जब वहां के जिला शिक्षा अधिकारी से बात की तो उन्होंने बताया कि ऑनलाइन तबादलों में हिंदी की अध्यापिक अनीता का तबादला नीलोखेड़ी ब्लॉक से इंद्री ब्लॉक में हो गया है.
अनीता कई सालों से वहां छात्रों को पढ़ा रही थीं. सरकार द्वारा शुरू की गई सक्षम योजना के तहत शिक्षक बच्चों के साथ कड़ी मेहनत कर रहे हैं, जिसकी वजह से उनके बीच संबंध और भी गहरे हो गए हैं.
ये भी पढ़ें:-खली करनाल में खोलेंगे रेसलिंग एकेडमी, पूरी हुई तैयारियां
बता दें कि काफी समय पहले एक ऐसी ही तस्वीर मध्य प्रदेश के कटनी से आई थी. यहां पर भी कुछ छात्र इसी प्रकार ट्रांसफर होने पर अपने अध्यापक से लिपट कर रोने लगे थे. इस वीडियो ने भी सोशल मीडिया पर खूब सुर्खियां बटोरी थीं.