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क्राइम सिटी में तब्दील हो रहा है चंडीगढ़, दुष्कर्म के मामलों में 22 प्रतिशत बढ़ोतरी दर्ज

हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का क्राइम ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. बढ़ते अपराधों की सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं और बच्चियां हुई हैं. जानिए सिटी ब्यूटीफुल में अपराध से जुड़े मामलों की फेहरिस्त के बारे में.

क्राइम सिटी में तब्दील हो रहा है चंडीगढ़
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Published : Sep 24, 2019, 9:47 PM IST

चंडीगढ़ः हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का क्राइम ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चंडीगढ़ के अपराध के ग्राफ में काफी वृद्धि देखी गई है. जिससे सिटी ब्यूटीफुल के नाम मशहूर चंडीगढ़ अब सिटी क्राइम के रूप में तब्दील हो रहा है. बढ़ते अपराधों की सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं और बच्चियां हुई हैं.

55 से 68 पहुंचे दुष्कर्म के मामले
चंडीगढ़ में बढ़े क्राइम ग्राफ की बात की जाए तो पिछले साल के मुकाबले इन आठ महीनों में हत्या के 38 फीसदी मामले बढ़े, जबकि दुष्कर्म के मामलों में 22 फिसदी बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, यूटी पुलिस अपराधिक मामलों पर नकेल कसने के दावे करती आई है, लेकिन इन आकड़ों ने पुलिस के दावों की पोल खोल कर रख दी है. चंडीगढ़ में पिछले साल अगस्त महीने तक शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में दुष्कर्म के कुल 55 मामले दर्ज किये थे, जो इस साल अगस्त माह तक बढ़कर 68 हो गये हैं.

सुरक्षा के खोखले दावों की खुली पोल !
पिछले साल हत्या के कुल 13 मामले दर्ज किये गए थे जो इस साल अगस्त महीने तक बढ़कर 18 हो गये हैं. वहीं, अत्याधुनिक पुलिस का तमगा लेने वाली पुलिस लगातार चंडीगढ़ शहर को क्राइम फ्री सिटी बनाने के लिये प्रयास करने का दावा करती रही है, लेकिन संगीन अपराध के मामले में जारी इन आकड़ों को देखे तो यूटी पुलिस के द्वारा शहर को क्राइम फ्री सिटी बनाने के प्रयास की पोल खुल जाती है.

क्राइम सिटी में तब्दील हो रहा है चंडीगढ़

ये भी पढ़ेंः गुरुग्राम: बेटे ने चाकू से गला रेत कर की पिता की हत्या, मां और भाई को भी किया घायल

बाहरी राज्यों के अपराधी ज्यादा सक्रिय
शहर के साथ लगते अन्य राज्यों के मोस्ट वांटेड, गैंगस्टरों और अपराधियों के लिये छुपने के चुनिंदा जगहों में से चंडीगढ़ एक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चंडीगढ़ में बाहरी राज्यों के अपराधी सबसे ज्यादा सक्रिय हैं. पिछले कुछ सालों में यूटी पुलिस और अन्य साथ लगते राज्यों की पुलिस ने चंडीगढ़ में छुपे हुए मोस्ट वांटेड से लेकर गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर इस बात की पुष्टि की है कि सिटी ब्यूटीफुल ऐसे अपराधियों को पुलिस से छुपने के लिये सबसे पसंदीदा जगह है.

'आम नागरिक भी अपराध में संलिप्त'
डीएसपी चरणजीत सिंह का कहना है कि अपराधियों की वजह से क्राइम ग्राफ बढ़ रहा है, लेकिन आजकल अपराधियों से ज्यादा आम लोग अपराध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आजकल लोग छोटी-छोटी बातों पर लड़ पड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर चोटें पहुंचा देते हैं. मारपीट और हत्याएं आम हो चली हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसे बहुत से मामले आते हैं, जब लोग छोटी-छोटी बातों पर झगड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर नुकसान पहुंचा देते हैं. सड़कों पर रोडरेज के कई मामले सामने आए हैं.

डीएसपी की अपील
पुलिस प्रशासन पर उठे सवालों की सफाई देते हुए डीएसपी ने कहा कि पुलिस अपना काम गंभीरता से कर रही है और पुलिस पूरी तरह से चौकन्ना होकर काम करती है. उन्होंने लोगों से अपील की वे शांति से रहे और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें. अगर झगड़ा बड़ा हो तो वो खुद किसी विवाद में नहीं पड़ें, बल्कि उसके लिए पुलिस की सहायता लें. इससे शहर में शांति बढ़ेगी साथ ही पुलिस अपराधियों पर ज्यादा ध्यान दे पाएगी.

ये भी पढ़ेंः चंडीगढ़: RBI में तैनात सुरक्षाकर्मी ने खुद को मारी गोली, आंध्र प्रदेश का रहने वाला था जवान

चंडीगढ़ः हरियाणा की राजधानी चंडीगढ़ का क्राइम ग्राफ लगातार बढ़ता ही जा रहा है. रिपोर्ट्स के मुताबिक पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चंडीगढ़ के अपराध के ग्राफ में काफी वृद्धि देखी गई है. जिससे सिटी ब्यूटीफुल के नाम मशहूर चंडीगढ़ अब सिटी क्राइम के रूप में तब्दील हो रहा है. बढ़ते अपराधों की सबसे ज्यादा शिकार महिलाएं और बच्चियां हुई हैं.

55 से 68 पहुंचे दुष्कर्म के मामले
चंडीगढ़ में बढ़े क्राइम ग्राफ की बात की जाए तो पिछले साल के मुकाबले इन आठ महीनों में हत्या के 38 फीसदी मामले बढ़े, जबकि दुष्कर्म के मामलों में 22 फिसदी बढ़ोतरी हुई है. हालांकि, यूटी पुलिस अपराधिक मामलों पर नकेल कसने के दावे करती आई है, लेकिन इन आकड़ों ने पुलिस के दावों की पोल खोल कर रख दी है. चंडीगढ़ में पिछले साल अगस्त महीने तक शहर के अलग-अलग पुलिस थानों में दुष्कर्म के कुल 55 मामले दर्ज किये थे, जो इस साल अगस्त माह तक बढ़कर 68 हो गये हैं.

सुरक्षा के खोखले दावों की खुली पोल !
पिछले साल हत्या के कुल 13 मामले दर्ज किये गए थे जो इस साल अगस्त महीने तक बढ़कर 18 हो गये हैं. वहीं, अत्याधुनिक पुलिस का तमगा लेने वाली पुलिस लगातार चंडीगढ़ शहर को क्राइम फ्री सिटी बनाने के लिये प्रयास करने का दावा करती रही है, लेकिन संगीन अपराध के मामले में जारी इन आकड़ों को देखे तो यूटी पुलिस के द्वारा शहर को क्राइम फ्री सिटी बनाने के प्रयास की पोल खुल जाती है.

क्राइम सिटी में तब्दील हो रहा है चंडीगढ़

ये भी पढ़ेंः गुरुग्राम: बेटे ने चाकू से गला रेत कर की पिता की हत्या, मां और भाई को भी किया घायल

बाहरी राज्यों के अपराधी ज्यादा सक्रिय
शहर के साथ लगते अन्य राज्यों के मोस्ट वांटेड, गैंगस्टरों और अपराधियों के लिये छुपने के चुनिंदा जगहों में से चंडीगढ़ एक है. रिपोर्ट्स के मुताबिक चंडीगढ़ में बाहरी राज्यों के अपराधी सबसे ज्यादा सक्रिय हैं. पिछले कुछ सालों में यूटी पुलिस और अन्य साथ लगते राज्यों की पुलिस ने चंडीगढ़ में छुपे हुए मोस्ट वांटेड से लेकर गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर इस बात की पुष्टि की है कि सिटी ब्यूटीफुल ऐसे अपराधियों को पुलिस से छुपने के लिये सबसे पसंदीदा जगह है.

'आम नागरिक भी अपराध में संलिप्त'
डीएसपी चरणजीत सिंह का कहना है कि अपराधियों की वजह से क्राइम ग्राफ बढ़ रहा है, लेकिन आजकल अपराधियों से ज्यादा आम लोग अपराध कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आजकल लोग छोटी-छोटी बातों पर लड़ पड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर चोटें पहुंचा देते हैं. मारपीट और हत्याएं आम हो चली हैं. उन्होंने कहा कि हमारे पास ऐसे बहुत से मामले आते हैं, जब लोग छोटी-छोटी बातों पर झगड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर नुकसान पहुंचा देते हैं. सड़कों पर रोडरेज के कई मामले सामने आए हैं.

डीएसपी की अपील
पुलिस प्रशासन पर उठे सवालों की सफाई देते हुए डीएसपी ने कहा कि पुलिस अपना काम गंभीरता से कर रही है और पुलिस पूरी तरह से चौकन्ना होकर काम करती है. उन्होंने लोगों से अपील की वे शांति से रहे और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें. अगर झगड़ा बड़ा हो तो वो खुद किसी विवाद में नहीं पड़ें, बल्कि उसके लिए पुलिस की सहायता लें. इससे शहर में शांति बढ़ेगी साथ ही पुलिस अपराधियों पर ज्यादा ध्यान दे पाएगी.

ये भी पढ़ेंः चंडीगढ़: RBI में तैनात सुरक्षाकर्मी ने खुद को मारी गोली, आंध्र प्रदेश का रहने वाला था जवान

Intro:चंडीगढ़, चंडीगढ़ में अपराधों के मामले लगातार बढ़ते जा रहे हैं।।पिछले साल के मुकाबले इस साल अब तक चंडीगढ़ के अपराधों के ग्राफ में काफी वृद्धि देखी गई है।जिससे सिटी ब्यूटीफुल के नाम मशहूर चंडीगढ़ अब सिटी क्राइम के रूप में तब्दील हो रहा है|शहर के लोग अब खुद को असुरक्षित महसूस करने लगे है। पिछले कुछ अरसे में महिलाओं और बच्चियों के साथ हुये दुष्कर्म और सिलेसिले वार हुई हत्या की वारदातों ने लोगों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिये है।
चंडीगढ़ में बढ़े क्राइंम ग्राफ की बात की जाए तो पिछले साल के मुकाबले इन आठ महीनों में हत्या के 38 फीसदी मामलें बढ़े, जबकि दुष्कर्म के मामलों में 22 फिसदी बढ़ोतरी हुई है।

Body:हालांकि, यूटी पुलिस अपराधिक मामलों पर नकेल कसने के दावे करती आई है, लेकिन इन आकड़ो ने पुलिस के दावों की पोल खुल कर रख दी है। सिटी ब्यूटीफुल में पिछले साल अगस्त माह तक शहर के विभिन्न पुलिस थानों के द्वारा दुष्कर्म के कुल 55 मामलें दर्ज किये थे,जो इस साल अगस्त माह तक बढ़कर 68 हो गये है। जबकि पिछले साल हत्या के कुल 13 मामलें दर्ज किये गए थे जो इस साल अगस्त माह तक बढ़कर 18 हो गये है।वहीं, शहर की अत्याधुनिक पुलिस का तमगा लेने वाली पुलिस लगातार चंडीगढ़ शहर को क्राइंम फ्री सिटी बनाने के लिये प्रयास में करने का दावा करती रही है। लेकिन संगीन अपराध के मामलें में जारी इन आकड़ो को देखे तो यूटी पुलिस के द्वारा शहर को क्राइंम फ्री सिटी बनाने के प्रयास की पोल खोल कर रख दी है।

बाहरी राज्यों के अपराधी चंडीगढ़ में ज्यादा सक्रिय

सिटी ब्यूटीफुल की बात की जाए तो इस शहर के साथ लगते अन्य राज्यों के मोस्ट वोटेंड,गैंगस्टरों और अपराधियों के लिये छुपने व यहां पर वारदातों को अंजाम देकर फरार हो जाने के मामलें में स्वर्ग से कम नहीं है। पिछले कुछ सालों में यूटी पुलिस व अन्य साथ लगते राज्यों की पुलिस ने चंडीगढ़ में छुपे हुये मोस्ट वांटेंड से लेकर गैंगस्टरों को गिरफ्तार कर इस बात की पुष्टि की है कि सिटी ब्यूटीफुल ऐसे अपराधियों को पुलिस से छुपने के लिये सबसे पसंदीदा जगह है।

जब इस बारे में बीएसपी चरणजीत सिंह से बात की गई उन्होंने कहा की अपराधियों की वजह से क्राइम ग्राफ बढ़ रहा है । लेकिन आजकल अपराधियों से ज्यादा आम लोग अपराध कर रहे हैं ।आजकल लोग छोटी-छोटी बातों पर लड़ पड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर चोटें पहुंचा देते हैं। मारपीट और हत्याएं आम हो चली हैं। उन्होंने कहा कि लोगों में सहनशक्ति की कमी देखी जा रही है । जिस वजह से लोग जरा सी बात होने पर भी आपस में लड़ना शुरू कर देते हैं ।हमारे पास ऐसे बहुत से मामले आते हैं जब लोग छोटी-छोटी बातों पर झगड़ते हैं और एक दूसरे को गंभीर नुकसान पहुंचा देते हैं।सड़कों पर रोडरेज के कई मामले सामने आए हैं ।

उन्होंने कहा कि पुलिस अपना काम गंभीरता से कर रही है और जहां भी होने लगता है वहां पर पुलिस पूरी तरह से चौकन्ना होकर काम करती है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे शांति से रहे और छोटी-छोटी बातों को नजरअंदाज करें। अगर झगड़ा बड़ा हो तो वह खुद किसी विवाद में नहीं पड़ें बल्कि उसके लिए पुलिस की सहायता लें। इससे शहर में शांति बढ़ेगी साथ ही पुलिस अपराधियों पर ज्यादा ध्यान दे पाएगी। जिस शहर में अपराध कम करने में सहायता मिल सकेगी।

बाइट - चरणजीत सिंह, डीएसपी
Conclusion:
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