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इजरायल : सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिणपंथी पार्टी के दो सदस्यों के चुनाव लड़ने पर रोक लगाई

इजरायल में 17 सितम्बर को होने वाले आम चुनावो में खड़े हो रहे दक्षिणीपंथी पार्टी के दो सदस्यों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. क्योंकि कोर्ट ने कहा कि ये दोनों सदस्य नस्लवाद को बढ़ावा देने का काम कर रहे थे. पढ़ें पूरी खबर...

बेंजी गोप्सटीन ,बरुच मार्जेल (फाइल फोटो)
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Published : Aug 27, 2019, 12:00 AM IST

Updated : Sep 28, 2019, 9:55 AM IST

येरूशलमः इजरायल में सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिणपंथी पार्टी के दो सदस्यों को नस्लावादी करार दिया है. कोर्ट ने दोनों सदस्यों के 17 सितंबर को होने वाले आम चुनावों में भाग लेने पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि ज्यूश पावर पार्टी के सदस्य इजरायल बेंजी गोप्सटीन और बरुच मार्जेल आम चुनाव में नहीं खड़े हो सकते है. सुप्रीम कोर्ट ने नस्लवाद पर रोक लगाने वाले कानून का हवाला देते हुए दोनों सदस्य के खिलाफ यह फैसला सुनाया है.

कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित दोनों सदस्य दिवंगत रेसिस्ट मीर कहाने के अनुयायी है.

बता दें कि मीर कहाने ने एक मूवमेंट शुरू किया था, जिसका मकसद इजरायल से अरब के लोगों को खदेड़ना था.

गौरतलब है कि 1990 में कहाने की विचारधारा के कारण न्यूयॉर्क में एक हत्या हो गई थी.

मीर कहाने की विचारधारा से बारूक गोलस्टीन भी प्रभावित हुए थे, जिसने 1994 में हब्रोन में 29 फिलीस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया था.

अदालत ने यहूदी ज्यूश पावर पार्टी के सदस्य इटमार बेन-गवीर को प्रतिबंधित करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है और उम्मीदवारी को बरकारार रखा है.

बेन-गवीर ने अपने लिविंग रूम में गोलस्टीन तस्वीर होने की बात को स्वीकार्य किया है, लेकिन कथित तौर पर यह कहा जाता है कि वह एक चिकित्सक था, जिसने फिलीस्तीन हमले में यहूदियों को हमले से बचाया था.

बेन गवीर ने कहा कि उन पर अब तक 53 बार मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन वे 46 मामलों में बरी हुए हैं. साथ ही बेन ने कहा कि कोर्ट के न्यायाधीश के सुझाव पर उन्होंने कानून पढ़ना शूरू किया, जिससे वे उन पर चल रहे मामलों में खुद पैरवी कर सकें.

बेन गवीर बेस्ट बैंक में होने वाले हमले का जिम्मेदार है. क्योंकि उसने 2015 में 18 महीने के एक मासूम बच्चे की और उसके पिता की हत्या कर दी थी, यह घटना देश में व्यापक विद्रोह का कारण बनी थी.

ज्यूश पावर पार्टी ने फिलीस्तीनियों और इजरायल में रहने वाले अरब के लोगों पर हमला करने वाले लोगों को इजरायल से बाहर करने की मांग की है.

ज्यूश पावर पार्टी इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक को बंद करने की मांग भी करता है, क्योंकि यहां 2.5 मिलियन से अधिक फिलीस्तीनी निवास करते है.

लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक सौदे के तहत दो दलों के साथ चुनावी गठबंधन करते हुए देखा गया है.

इस संधि ने इजरायल में और विदेशों में विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में यहूदी समुदायों के बीच घृणा पैदा करने का काम किया है. नेतन्याहू ने आने वाले चुनाव को देखते हुए यह गठबंधन किया है.

पढ़ेंः राष्ट्रपति ट्रंप ने चक्रवात पर परमाणु बम गिराने की सलाह दी: रिपोर्ट्स

उन्होंने यह कहकर इसका बचाव किया कि वह नहीं चाहते हैं कि कोई दक्षिणपंथी वोट बर्बाद करें क्योंकि वे अपने अगले गठबंधन की योजना बना रहें है.

बता दें कि इजरायल में इसी साल अप्रैल में चुनाव हुए थे, लेकिन किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश किया था लेकिन वे गठबंधन सरकार बनाने में नाकाम रहे.

इसके बाद इजरायली सांसदों ने संसद को भंग करने के पक्ष में वोटिंग की. इसके बाद 17 सितंबर को फिर से चुनाव कराने की तारीख तय की गई है.

येरूशलमः इजरायल में सुप्रीम कोर्ट ने दक्षिणपंथी पार्टी के दो सदस्यों को नस्लावादी करार दिया है. कोर्ट ने दोनों सदस्यों के 17 सितंबर को होने वाले आम चुनावों में भाग लेने पर रोक लगा दी है. सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया कि ज्यूश पावर पार्टी के सदस्य इजरायल बेंजी गोप्सटीन और बरुच मार्जेल आम चुनाव में नहीं खड़े हो सकते है. सुप्रीम कोर्ट ने नस्लवाद पर रोक लगाने वाले कानून का हवाला देते हुए दोनों सदस्य के खिलाफ यह फैसला सुनाया है.

कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित दोनों सदस्य दिवंगत रेसिस्ट मीर कहाने के अनुयायी है.

बता दें कि मीर कहाने ने एक मूवमेंट शुरू किया था, जिसका मकसद इजरायल से अरब के लोगों को खदेड़ना था.

गौरतलब है कि 1990 में कहाने की विचारधारा के कारण न्यूयॉर्क में एक हत्या हो गई थी.

मीर कहाने की विचारधारा से बारूक गोलस्टीन भी प्रभावित हुए थे, जिसने 1994 में हब्रोन में 29 फिलीस्तीनियों को मौत के घाट उतार दिया था.

अदालत ने यहूदी ज्यूश पावर पार्टी के सदस्य इटमार बेन-गवीर को प्रतिबंधित करने वाली याचिका को खारिज कर दिया है और उम्मीदवारी को बरकारार रखा है.

बेन-गवीर ने अपने लिविंग रूम में गोलस्टीन तस्वीर होने की बात को स्वीकार्य किया है, लेकिन कथित तौर पर यह कहा जाता है कि वह एक चिकित्सक था, जिसने फिलीस्तीन हमले में यहूदियों को हमले से बचाया था.

बेन गवीर ने कहा कि उन पर अब तक 53 बार मामले दर्ज हुए हैं, लेकिन वे 46 मामलों में बरी हुए हैं. साथ ही बेन ने कहा कि कोर्ट के न्यायाधीश के सुझाव पर उन्होंने कानून पढ़ना शूरू किया, जिससे वे उन पर चल रहे मामलों में खुद पैरवी कर सकें.

बेन गवीर बेस्ट बैंक में होने वाले हमले का जिम्मेदार है. क्योंकि उसने 2015 में 18 महीने के एक मासूम बच्चे की और उसके पिता की हत्या कर दी थी, यह घटना देश में व्यापक विद्रोह का कारण बनी थी.

ज्यूश पावर पार्टी ने फिलीस्तीनियों और इजरायल में रहने वाले अरब के लोगों पर हमला करने वाले लोगों को इजरायल से बाहर करने की मांग की है.

ज्यूश पावर पार्टी इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक को बंद करने की मांग भी करता है, क्योंकि यहां 2.5 मिलियन से अधिक फिलीस्तीनी निवास करते है.

लेकिन प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को एक सौदे के तहत दो दलों के साथ चुनावी गठबंधन करते हुए देखा गया है.

इस संधि ने इजरायल में और विदेशों में विशेष रूप से संयुक्त राज्य अमेरिका में यहूदी समुदायों के बीच घृणा पैदा करने का काम किया है. नेतन्याहू ने आने वाले चुनाव को देखते हुए यह गठबंधन किया है.

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उन्होंने यह कहकर इसका बचाव किया कि वह नहीं चाहते हैं कि कोई दक्षिणपंथी वोट बर्बाद करें क्योंकि वे अपने अगले गठबंधन की योजना बना रहें है.

बता दें कि इजरायल में इसी साल अप्रैल में चुनाव हुए थे, लेकिन किसी भी दल को पूर्ण बहुमत नहीं मिला था. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गठबंधन सरकार बनाने का दावा पेश किया था लेकिन वे गठबंधन सरकार बनाने में नाकाम रहे.

इसके बाद इजरायली सांसदों ने संसद को भंग करने के पक्ष में वोटिंग की. इसके बाद 17 सितंबर को फिर से चुनाव कराने की तारीख तय की गई है.

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.JERUSALEM FES9
ISRAEL-CANDIDATES
Israeli court bars 'racist' candidates from September poll
         Jerusalem, Aug 26 (AFP) Israel's Supreme Court has barred two members of an extreme-right party many view as racist from running in a September 17 general election.
         The court ruled that candidates Benzi Gopstein and Baruch Marzel, of the Jewish Power party could not stand, quoting a law barring "incitement to racism" by candidates, according to a court statement late Sunday.
         Jewish Power members are followers of late racist rabbi Meir Kahane, whose Kach movement wanted to chase Arabs from Israel.
         The ideology of Kahane, assassinated in New York in 1990, also inspired Baruch Goldstein, who carried out a massacre of 29 Palestinian worshippers in Hebron in 1994.
         The court rejected petitions to ban the Jewish Power as a party and upheld the candidacy of West Bank settler Itamar Ben-Gvir, who heads its electoral list.
         Ben-Gvir acknowledges having a picture of Goldstein in his living room, but has reportedly said it is because he was a physician who rescued Jews targeted in Palestinian attacks.
         Indicted 53 times since his youth, Ben-Gvir boasts of having been cleared in 46 cases. He decided to study law on the recommendation of judges so he could defend himself.
         He now represents settlers accused of violence, including those allegedly responsible for an arson attack that killed an 18-month-old Palestinian boy and his parents in 2015 in the West Bank, an incident that drew widespread revulsion.
         Jewish Power advocates removing "Israel's enemies from our land," a reference to Palestinians and Arab Israelis who carry out attacks.
It also calls for Israel annexing the occupied West Bank, where more than 2.5 million Palestinians live.
         Alone it was considered unlikely to garner the 3.25 percent of votes cast necessary to get into parliament.
         But a deal mentored by Prime Minister Benjamin Netanyahu saw it entering an electoral alliance with two other far-right parties, improving its chances.
         The pact drew disgust from many in Israel and among Jewish communities abroad, particularly in the United States.
         For Netanyahu, the deal ahead of what is expected to be a close election was pure politics.
         He defended it by saying he does not want any right-wing votes to go to waste as he plans his next coalition. (AFP)
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Last Updated : Sep 28, 2019, 9:55 AM IST
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