सरगुजा: अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल को सीखने के लिए नेपाल सरकार के संयुक्त सचिव अपने 11 सदस्यीय टीम के साथ अंबिकापुर पहुंचे.
यहां उन्होंने स्वच्छता दीक्षा केंद्र में अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल के तरीकों को सीखा और इस टीम ने अंबिकापुर के 17 SLRM सेंटरों सहित एग्रीगेशन सेंटर का भी मुआयना किया.
नेपाल सरकार की टीम ने अंबिकापुर प्रबंधन की तारीफ की
अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल को देखने के बाद नेपाल सरकार की टीम ने अंबिकापुर प्रबंधन की जमकर तारीफ की. खासतौर पर गार्डन के रूप में तब्दील हो चुकी डंपिंग यार्ड और सेप्टिक टैंक के पानी के रीस्टोरेशन के तरीके ने नेपाल से आई टीम को खासा प्रभावित किया.
कचरों से आमदनी के अलग-अलग तरीकों का जायजा
इसके अलावा अंबिकापुर में महिलाओं द्वारा किया जाने वाला डोर टू डोर कचरा कलेक्शन, SLRM सेंटरों में गीले कचरे और सूखे कचरे को अलग-अलग रखने की विधि और सूखे कचरे, गीले कचरे से आमदनी के अलग-अलग तरीकों के बारे में दीक्षा केंद्र में सिखाया जाता है. वहीं टीम ने मौके पर जाकर इस काम का जायजा लिया.
'अंबिकापुर के लोगों ने किया बड़ा काम '
इस दौरान नेपाल सरकार के संयुक्त सचिव केदार प्रसाद पनेरु ने ETV भारत से खास बातचीत की. बातचीत में उन्होंने कहा कि 'अंबिकापुर के नाम में ही अंबिका है यह जगह खास है इस शहर के लोगों ने प्रशासनिक अमले के साथ मिलकर बड़ा काम किया है. यहां जिस तरह से डंपिंग यार्ड को गार्डन का रूप दिया गया है वह अद्भुत है, वहीं उन्होंने स्वच्छता मॉडल को देखने के बाद कहा कि ये रिसर्च का विषय है हम कई अन्य शहरों के मॉडल भी देखेंगे और इसके बाद नेपाल में शुरू किए जाने वाले कार्य की कार्ययोजना बनाई जाएगी.'
फाइव स्टार रेटिंग हासिल कर चुका है अंबिकापुर
बता दें कि अंबिकापुर के स्वच्छता मॉडल को पूरे देश में अपनाया गया है और अब यह अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुका है. स्वच्छता सर्वेक्षण में देश में दूसरा स्थान और फाइव स्टार रेटिंग हासिल कर चुका अंबिकापुर नगर निगम अब से 1 स्टार रेटिंग की दावेदारी करने के साथ ही देश में नंबर वन आने की तैयारी कर रहा है. शहर के स्वच्छता मॉडल को देखने के लिए देशभर के विभिन्न शहरों से प्रशासनिक अधिकारियों के साथ ही राजनीतिक दल के लोग आते रहते हैं.