रायपुर: रायपुर नगर निगम में एक तरफ मेयर और सभापति पद के लिए चुनाव की प्रक्रिया चल रही है तो वहीं बीजेपी इसे लेकर निर्वाचन आयुक्त के पास शिकायत करने पहुंची है. महापौर-सभापति के चुनाव को लेकर भारतीय जनता पार्टी के विधायक बृजमोहन अग्रवाल और पूर्व मंत्री राजेश मूणत समेत भाजपा के सभी पार्षद राज्य निर्वाचन आयोग के कार्यालय पहुंचे और धरने पर बैठ गए. भाजपा ने आरोप लगाया है कि निष्पक्ष तरीके से चुनाव नहीं किया जा रहा है. इसकी शिकायत भाजपा के पार्षद समेत आला पदाधिकारियों ने छत्तीसगढ़ राज्य निर्वाचन आयुक्त ठाकुर राम सिंह से की और चुनाव प्रक्रिया निरस्त करने की मांग की है.
बीजेपी ने की जमकर नारेबाजी
वहीं उन्होंने आरोप लगाया कि राज्य निर्वाचन आयोग भूपेश सरकार के सहारे चल रही है. साथ ही भाजपा के पार्षदों और पदाधिकारियों ने धरना प्रदर्शन करते हुए भूपेश सरकार और राज्य निर्वाचन आयोग के खिलाफ जमकर नारेबाजी की है.
बीजेपी ने रविवार को हुए प्रेस कॉन्फ्रेंस में लगाया था गड़बड़ी आरोप
बीजेपी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में राज्य सरकार पर निकाय चुनाव में गड़बड़ी करने का आरोप लगाया था. बीजेपी के वरिष्ठ विधायक बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि निकायों में निष्पक्ष चुनाव कराने में राज्य निर्वाचन आयोग असफल रहा है. उन्होंने कहा कि मेयर और अध्यक्ष के चुनाव में गोपनीयता भंग की जा रही है. इस मामले को लेकर बीजेपी ने कोर्ट का दरवाजा खटखटाने की भी बात की थी.
मेयर के चुनाव में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए उन्होंने आगे कहा कि मोबाइल लेकर चुनाव कराये जा रहे है. उम्मीदवारों के सरकारी नौकरी में परिवार के सदस्य है तो उन पर भी दबाव बनाया जा रहा है. बीजेपी की मांग है कि चुनाव में पेन और मोबाइल ले जाने पर प्रतिबंध होना चाहिए.
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रविवार उन्होंने कहा था कि चुनाव की अधिसूचना कलेक्टर को जारी होना चाहिए पर कमिश्नर जारी करते हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव प्रक्रिया को दूषित किया गया और लोकतंत्र की हत्या करने का काम सरकार द्वारा किया गया है. मुख्य निर्वाचन आयुक्त राज्य सरकार से प्रभावित है हमें निर्वाचन आयोग से कार्रवाई की कोई उम्मीद नहीं है इसलिए हम कोर्ट का दरवाजा खटखटाएंगे.