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आरक्षण पर चुप क्यों हैं रमन सिंह : सीएम भूपेश

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने दिल्ली दौरे से लौटने के बाद कहा कि, '15 अगस्त को मैंने आरक्षण को लेकर घोषणा की थी, लेकिन अब तक बीजेपी का इस पर कोई रिएक्शन नहीं आया है'. वहीं पुनिया ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर निशाना साधा है.

आरक्षण पर अपना पक्ष रखे भाजपा : बघेल
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Published : Aug 20, 2019, 8:52 AM IST


रायपुर : दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, '15 अगस्त को हमनें आरक्षण की घोषणा की थी, उसके बाद से भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है'.

आरक्षण पर अपना पक्ष रखे भाजपा : बघेल
उन्होंने कहा कि, 'रमन सिंह, धरमलाल कौशिक या फिर विक्रम उसेंडी, किसी का कोई बयान नहीं आया. क्या वे पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत मिले आरक्षण का समर्थन करते हैं?. भाजपा प्रमुख राजनीतिक विपक्ष दल है उन्हें इस मामले में बोलना चाहिए'.

चुनाव और संगठन को लेकर हुई चर्चा

सीएम के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भी रायपुर पहुंचे हैं. उन्होंने दिल्ली में भूपेश बघेल की सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर कहा कि, 'सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद सीएम की उनसे ये पहली मुलाकात थी. मुलाकात के दौरान राज्य के कई मुद्दों पर चर्चा हुई. संगठन को लेकर चर्चा हुई. सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देकर भेजा है. उपचुनाव और नगरीय निकाय चुनाव के विषय पर भी चर्चा हुई है'.

'भाजपा आरक्षण विरोधी पार्टी'

वहीं पुनिया ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी की शुरू से यही नीति रही है कि संविधान में दिए आरक्षण का विरोध किया जाए और इसे खत्म किया जाए. इसके पहले भी मोहन भागवत ने बयान दिया था कि, आरक्षण खत्म होना चाहिए, ये अलगावाद को बढ़ावा देता है'.

उन्होंने कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को ये सोचना चाहिए कि समाज में भी ऐसे वर्ग हैं जो अन्य से पिछड़े हैं. इन्हें भी बराबर सम्मान दिया जाए. ये संविधान में भी है और यही कांग्रेस की भी सोच है'.

पढ़ें :भूपेश सरकार ने सिर्फ दिखावे के लिए लिया आरक्षण पर फैसला : अजीत जोगी

'संविधान के अनुरूप दिया गया आरक्षण'

आरक्षण को लेकर पुनिया ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री ने जो आरक्षण दिया है वो संविधान के अनुरूप है. सभी राज्यों में पिछड़े वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है, लेकिन भाजपा की सरकार ने इसकी उपेक्षा की. प्रदेश में 50 प्रतिशत जनसंख्या पिछड़े वर्ग की है लेकिन भाजपा ने केवल 14 प्रतिशत आरक्षण देकर रखा हुआ था. यहां पर अनुसूचित जाति को भी उनकी जनसंख्या के अनुरूप आरक्षण दिया गया है'.


रायपुर : दिल्ली से लौटने के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने एयरपोर्ट पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि, '15 अगस्त को हमनें आरक्षण की घोषणा की थी, उसके बाद से भारतीय जनता पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है'.

आरक्षण पर अपना पक्ष रखे भाजपा : बघेल
उन्होंने कहा कि, 'रमन सिंह, धरमलाल कौशिक या फिर विक्रम उसेंडी, किसी का कोई बयान नहीं आया. क्या वे पिछड़ा वर्ग को 27 प्रतिशत मिले आरक्षण का समर्थन करते हैं?. भाजपा प्रमुख राजनीतिक विपक्ष दल है उन्हें इस मामले में बोलना चाहिए'.

चुनाव और संगठन को लेकर हुई चर्चा

सीएम के साथ कांग्रेस के प्रदेश प्रभारी भी रायपुर पहुंचे हैं. उन्होंने दिल्ली में भूपेश बघेल की सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर कहा कि, 'सोनिया के अंतरिम अध्यक्ष बनने के बाद सीएम की उनसे ये पहली मुलाकात थी. मुलाकात के दौरान राज्य के कई मुद्दों पर चर्चा हुई. संगठन को लेकर चर्चा हुई. सोनिया गांधी ने मुख्यमंत्री को आशीर्वाद देकर भेजा है. उपचुनाव और नगरीय निकाय चुनाव के विषय पर भी चर्चा हुई है'.

'भाजपा आरक्षण विरोधी पार्टी'

वहीं पुनिया ने आरक्षण को लेकर बीजेपी पर भी निशाना साधा और कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी की शुरू से यही नीति रही है कि संविधान में दिए आरक्षण का विरोध किया जाए और इसे खत्म किया जाए. इसके पहले भी मोहन भागवत ने बयान दिया था कि, आरक्षण खत्म होना चाहिए, ये अलगावाद को बढ़ावा देता है'.

उन्होंने कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को ये सोचना चाहिए कि समाज में भी ऐसे वर्ग हैं जो अन्य से पिछड़े हैं. इन्हें भी बराबर सम्मान दिया जाए. ये संविधान में भी है और यही कांग्रेस की भी सोच है'.

पढ़ें :भूपेश सरकार ने सिर्फ दिखावे के लिए लिया आरक्षण पर फैसला : अजीत जोगी

'संविधान के अनुरूप दिया गया आरक्षण'

आरक्षण को लेकर पुनिया ने कहा कि, 'मुख्यमंत्री ने जो आरक्षण दिया है वो संविधान के अनुरूप है. सभी राज्यों में पिछड़े वर्ग के लिए 27 प्रतिशत आरक्षण का प्रावधान किया गया है, लेकिन भाजपा की सरकार ने इसकी उपेक्षा की. प्रदेश में 50 प्रतिशत जनसंख्या पिछड़े वर्ग की है लेकिन भाजपा ने केवल 14 प्रतिशत आरक्षण देकर रखा हुआ था. यहां पर अनुसूचित जाति को भी उनकी जनसंख्या के अनुरूप आरक्षण दिया गया है'.

Intro:

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल दिल्ली से पहुंचे रायपुर

प्रदेश प्रभारी पी एल पुनिया और प्रदेश अध्यक्ष मोहन मरकाम बी थे उनके साथ

एयरपोर्ट पर भूपेश बघेल और पीएल पुनिया ने की पत्रकारों से बात

भूपेश बघेल के दिल्ली में सोनिया गांधी से मुलाकात को लेकर पुनिया ने कहा...
राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने के सीएम की पहली मुलाकात थी। ये एक शिष्टाचार भेट थी। मिलने के दौरान राज्य के बारे में चर्चा हुई, संगठन को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने आशीर्वाद देकर भेजा है। दो दो उपचुनाव है शहरी निकाय चुनाव है इन सब विषय पर चर्चा हुई है। 

मोहन भागवत के आरक्षण को लेकर दिए बयान पर पुनिया ने कहा भारतीय जनता पार्टी की शुरू से ये नीति रही है कि संविधान में दिए आरक्षण का विरोध किया जाए और इसे खत्म किया जाए। इसके पहले भी मोहन भागवत ने बयान दिया था कि आरक्षण खत्म होना चाहिए, ये अलगावाद को बढ़ावा देता है ऐसा उन्होंने कहा था। भारतीय जनता पार्टी और आरएसएस को ये सोचना चाहिए कि समाज में भी ऐसे वर्ग हैं जो अन्य से पिछड़े हैं तो इन्हें भी बराबर मान दिया जाए ये संविधान में भी है। यही कांग्रेस की भी सोच है। 

आरक्षण को लेकर पुनिया ने कहा कि जो मुख्यमंत्री ने आरक्षण दिया है वो संविधान के अनुरूप है। सभी राज्यों में पिछड़े वर्ग के लिए 27 परसेंट आरक्षण का प्रावधान किया गया है, लेकिन तब की सरकार ने इसकी उपेक्षा की । 50 परशेन्ट जनसंख्या पूरे देश मे उपलब्ध है यहां पर इनको केवल 14 परशेन्ट आरक्षण देकर रखा हुआ था। यहां पर सरकार ने इसको बराबर किया है। यहां पर अनुसूचित जाति को उनकी जनसंख्या के अनुरूप आरक्षण दिया जाए। अभीतक के अनुसूचित जाति की जनसंख्या 12 परशेन्ट थी तो सरकार ने ेेतीहसिक काम करते हुए एक परशेन्ट बढ़ाया है। 

मुख्यमंत्री भूपेश बघेल... 

15 अगस्त को हमने घोषणा की थी, उसके बाद से भारतीय जनता पार्टी की कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। डॉ रमन सिंह, कौशिक जी या फिर विक्रम उसेंडी जी का कोई बयान नहीं आया है। क्या वो पिछड़ा वर्ग को 27 परशेन्ट मिले आरक्षण का समर्थन करते है। ये प्रमुख राजनीतिक विपक्ष दल है उन्हें इस मामले में बोलना चाहिए। Body:NoConclusion:
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