महासमुंद : रेलवे बजट में मॉडल स्टेशन का दर्जा प्राप्त करने के बावजूद महासमुंद रेलवे स्टेशन में सुविधाओं का अभाव है. रेलवे स्टेशन में रैंप, कोच डिस्प्ले बोर्ड, दिव्यांग शौचालय आदि सुविधाओं के नहीं होने के कारण दिव्यांग और मरीजों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है.
दिव्यांग और मरीजों को ट्रेन से कहीं आने-जाने के लिए जहां 4-5 लोगों का सहारा लेना पड़ता है. तब कहीं जाकर वे ट्रेन से सफर कर पाते हैं या फिर ट्रेन के बजाय किसी और साधन से सफर करने को मजबूर हो जाते हैं, ऐसे यात्री सुविधाओं को बढ़ाने की मांग कर रहे हैं. वहीं रेलवे के आला अधिकारी रेलवे गाइड लाइन के हिसाब से सब ठीक होना बता रहे हैं.
लाखों लोग आज भी रेल सुविधा से वंचित
महासमुंद में रेलवे की शुरुआत 1931 में हुई 5 में से जिले के 2 ब्लॉक के लोग ही ट्रेनों का लाभ ले पाते हैं. वहीं सरायपाली के लाखों लोग आज भी रेल सुविधा से वंचित हैं.
इस पूरे मामले में मीडिया ने जब संबलपुर डिविजन के DRM से सवाल किया तो उनका कहना है कि जिस श्रेणी का स्टेशन है उसके हिसाब से सारी सुविधाएं शामिल हैं. अब देखना होगा कि महासमुंद के दिव्यांग, मरीजों और आम यात्रियों को रेलवे प्रशासन कब तक सारी सुविधा मुहैया करा पाता है.