जयपुर. राजस्थान में भीषण गर्मी के बीच बिजली की डिमांड बढ़ने और कटौती की समस्या को लेकर ऊर्जा विभाग के एसीएस आलोक ने प्रदेश में बिजली आपूर्ति की समीक्षा करते हुए निर्देश दिए हैं कि फील्ड में कार्यरत अभियंता ग्रिड सब स्टेशनों (जीएसएस) का नियमित दौरा करें. वे जीएसएस वार बिजली की उपलब्धता और आपूर्ति की स्थिति, छीजत, मेंटिनेंस तथा उपकरणों की गहन जांच करेंगे. उन्होंने निर्देश दिए कि मुख्यालय से हर जोन में एक वरिष्ठ अधिकारी भेजा जाए, जो जोन के संभागीय मुख्य अभियंता के साथ चर्चा कर अभियंताओं के इन दौरों का कार्यक्रम शीघ्र निर्धारित करें. एसीएस मंगलवार को विद्युत भवन में वीडियो कांफ्रेंस से तीनों विद्युत वितरण कंपनियों, प्रसारण निगम तथा ऊर्जा विकास निगम के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बिजली आपूर्ति, रिकवरी, योजनाओं की सर्किलवार समीक्षा कर रहे थे.
एक्सचेंज से खरीदकर करें बिजली सप्लाई : एसीएस आलोक ने कहा कि आमजन को निर्बाध बिजली की आपूर्ति सुनिश्चित की जाए. उपभोक्ताओं को मांग के अनुरूप एक्सचेंज से बिजली खरीदकर भी आपूर्ति करने में कोई कमी नहीं छोड़ी जाए. उन्होंने निर्देश दिए कि बिजली अभियंता मुख्यालय पर रहें और सक्षम स्तर से अनुमति के बिना मुख्यालय नहीं छोड़ें. कॉल सेंटर एवं जीएसएस पर आमजन की बिजली आपूर्ति संबंधी समस्या का त्वरित समाधान किया जाए. उन्होंने कहा कि रिपेयर एवं मेंटेनेंस के दौरान सुरक्षा को प्राथमिकता दें. सेफ्टी इक्विपमेंट्स का उपयोग करते हुए ही सुधार के कार्य किए जाएं. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही न हो.
कुसुम योजना की प्रगति की समीक्षा : एसीएस ने पीएम कुसुम योजना की प्रगति की भी समीक्षा की, जिससे कि किसानों को कृषि कार्य के लिए दिन के समय भी बिजली उपलब्ध हो सके. बैठक में अध्यक्ष डिस्कॉम्स भानुप्रकाष एटरू, अजमेर डिस्कॉम के एमडी केपी वर्मा, तीनों डिस्कॉम्स व प्रसारण निगम के निदेशक (तकनीकी), मुख्य अभियंता, मुख्य लेखा नियंत्रक, अधीक्षण अभियंता एवं अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे.